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कक्षा 12वीं पास करने के बाद छात्रों के सामने सबसे बड़ा सवाल होता है कि आगे कौन-सा कोर्स चुना जाए। अगर आप जल्दी नौकरी पाना चाहते हैं या कम समय में प्रैक्टिकल स्किल्स सीखकर करियर बनाना चाहते हैं, तो डिप्लोमा कोर्सेज ( Diploma Courses) बेहतरीन विकल्प हैं।
ये कोर्स न सिर्फ कम अवधि के होते हैं, बल्कि इनसे हाई-सैलरी जॉब्स के अवसर भी मिलते हैं। आइए जानते हैं 12वीं के बाद किए जा सकने वाले टॉप डिप्लोमा कोर्सेज के बारे में:

1. डिप्लोमा इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग ( Diploma Courses )
- अवधि: 3 साल
- योग्यता: 12वीं (PCB/PCM)
- क्यों चुनें?: मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमोबाइल, और कोर इंजीनियरिंग सेक्टर में डिमांड।
- जॉब प्रोफाइल: टेक्निशियन, मैकेनिकल डिज़ाइनर, क्वालिटी कंट्रोल ऑफिसर।
- औसत सैलरी: ₹2.5 – 5 लाख प्रति वर्ष।
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2. डिप्लोमा इन कंप्यूटर साइंस एंड IT ( Diploma Courses )
- अवधि: 1-3 साल
- योग्यता: 12वीं (किसी भी स्ट्रीम से)।
- क्यों चुनें?: सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, साइबर सिक्योरिटी, और डेटा मैनेजमेंट में अपार संभावनाएं।
- जॉब प्रोफाइल: वेब डेवलपर, IT सपोर्ट, नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर।
- औसत सैलरी: ₹3 – 6 लाख प्रति वर्ष।
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3. डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग ( Diploma Courses )
- अवधि: 3 साल
- योग्यता: 12वीं (मैथ्स/साइंस)।
- क्यों चुनें?: इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स में करियर की गारंटी।
- जॉब प्रोफाइल: सिविल इंजीनियर, साइट सुपरवाइजर, एस्टिमेटर।
- औसत सैलरी: ₹2.5 – 4.5 लाख प्रति वर्ष।
4. डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट ( Diploma Courses )
- अवधि: 1-2 साल
- योग्यता: 12वीं (किसी भी स्ट्रीम)।
- क्यों चुनें?: हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में ग्लोबल जॉब्स और सैलरी ₹4-8 लाख तक।
- जॉब प्रोफाइल: होटल मैनेजर, शेफ, इवेंट प्लानर।
5. डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी (Diploma Courses)
- अवधि: 2 साल
- योग्यता: 12वीं (साइंस)।
- क्यों चुनें?: हेल्थकेयर सेक्टर में डायग्नोस्टिक लैब्स और हॉस्पिटल्स में जॉब्स।
- सैलरी: ₹3 – 5 लाख प्रति वर्ष।

6. डिप्लोमा इन एनिमेशन एंड मल्टीमीडिया ( Diploma Courses )
- अवधि: 1-2 साल
- योग्यता: 12वीं (किसी भी स्ट्रीम)।
- क्यों चुनें?: गेमिंग, फिल्म्स, और डिजिटल मार्केटिंग में क्रिएटिव करियर।
- सैलरी: ₹2.5 – 6 लाख प्रति वर्ष।
7. डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग ( Diploma Courses )
- अवधि: 3 साल
- योग्यता: 12वीं (PCM)।
- क्यों चुनें?: पावर प्लांट्स, रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में ग्रोथ।
- सैलरी: ₹3 – 5 लाख प्रति वर्ष।
8. डिप्लोमा इन डिजिटल मार्केटिंग ( Diploma Courses )
- अवधि: 6 महीने – 1 साल
- योग्यता: 12वीं पास।
- क्यों चुनें?: सोशल मीडिया, SEO, और कंटेंट मार्केटिंग में हाई डिमांड।
- सैलरी: ₹3 – 7 लाख प्रति वर्ष।
9. डिप्लोमा इन फार्मेसी (D.Pharma)
- अवधि: 2 वर्ष
- करियर विकल्प: फार्मासिस्ट, ड्रग मैन्युफैक्चरिंग, मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव
- सैलरी: ₹2.5 – ₹5 लाख प्रति वर्ष (शुरुआती
- टॉप संस्थान: NIPER, डी.पी.यू पुणे, जामिया हमदर्द
फार्मेसी में डिप्लोमा हेल्थकेयर सेक्टर में तेजी से आगे बढ़ने का मौका देता है। यह कोर्स दवाओं के निर्माण, प्रबंधन और वितरण से जुड़ी जानकारी प्रदान करता है। सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में फार्मासिस्ट की मांग लगातार बढ़ रही है।
2. डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग
- अवधि: 1-2 वर्ष
- करियर विकल्प: फैशन डिजाइनर, टेक्सटाइल एक्सपर्ट, बुटीक ओनर
- सैलरी: ₹3 – ₹6 लाख प्रति वर्ष
- टॉप संस्थान: NIFT, पर्ल एकेडमी, IIFT
फैशन इंडस्ट्री में रचनात्मकता और स्टाइल के साथ कमाई का बड़ा स्कोप है। इस कोर्स में फैब्रिक डिजाइनिंग, सिलाई तकनीक, और मार्केट ट्रेंड्स की ट्रेनिंग दी जाती है। इंटरनेशनल ब्रांड्स और बॉलीवुड में भी इस फील्ड के प्रोफेशनल्स की डिमांड है।
3. डिप्लोमा इन ओटी टेक्निशियन (ऑपरेशन थिएटर)
- अवधि: 2 वर्ष
- करियर विकल्प: सर्जिकल असिस्टेंट, OT टेक्निशियन, इमरजेंसी स्टाफ
- सैलरी: ₹2.5 – ₹4.5 लाख प्रति वर्ष
- टॉप संस्थान: AIIMS, अपोलो इंस्टीट्यूट, मेडिकल कॉलेज
ओटी टेक्निशियन कोर्स मेडिकल फील्ड में सर्जरी के दौरान डॉक्टर्स की सहायता करने की ट्रेनिंग देता है। यह कोर्स एनाटॉमी, मेडिकल इक्विपमेंट और स्टरलाइजेशन टेक्नीक पर फोकस करता है। गवर्नमेंट और प्राइवेट हॉस्पिटल्स में जॉब के अवसर हैं।
4. डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- अवधि: 3 वर्ष
- करियर विकल्प: इलेक्ट्रिशियन, पावर प्लांट टेक्निशियन, मैंटेनेंस इंजीनियर
- सैलरी: ₹3 – ₹6 लाख प्रति वर्ष
- टॉप संस्थान: IITs के पॉलिटेक्निक, बीटीई, गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज
यह कोर्स इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स, वायरिंग, और पावर डिस्ट्रीब्यूशन की प्रैक्टिकल नॉलेज देता है। निर्माण, मैन्युफैक्चरिंग और एनर्जी सेक्टर में इसकी मांग बनी रहती है। सरकारी नौकरियों के लिए भी यह एक बेहतर विकल्प है।
5. डिप्लोमा इन इंटीरियर ग्राफिक डिजाइन
- अवधि: 1-2 वर्ष
- करियर विकल्प: इंटीरियर डिजाइनर, स्पेस प्लानर, 3D विजुअलाइजर
- सैलरी: ₹2.5 – ₹5 लाख प्रति वर्ष
- टॉप संस्थान: एनआईडी, आर्किटेक्चर कॉलेज, MAAC
इंटीरियर ग्राफिक डिजाइन में स्पेस मैनेजमेंट, कलर स्कीम और डिजिटल टूल्स (जैसे AutoCAD, SketchUp) की ट्रेनिंग दी जाती है। रियल एस्टेट और होम डेकोरेशन इंडस्ट्री में इसकी डिमांड तेजी से बढ़ रही है।
6. डिप्लोमा इन ग्राफिक डिजाइन
- अवधि: 1-2 वर्ष
- करियर विकल्प: ग्राफिक डिजाइनर, UI/UX डिजाइनर, डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट
- सैलरी: ₹3 – ₹7 लाख प्रति वर्ष
- टॉप संस्थान: एरिना एनिमेशन, माइंडस्टॉर्म, श्रिसhti स्कूल
ग्राफिक डिजाइन कोर्स में लोगो, बैनर, और डिजिटल कंटेंट बनाने की स्किल्स सिखाई जाती हैं। टेक्नोलॉजी और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के विस्तार के साथ इस फील्ड में करियर के विविध अवसर हैं।
डिप्लोमा कोर्सेज के फायदे
- कम समय: डिग्री कोर्सेज के मुकाबले जल्दी पूरा होते हैं।
- प्रैक्टिकल ट्रेनिंग: इंडस्ट्री-ओरिएंटेड स्किल्स पर फोकस।
- जॉब ओपनिंग्स: टेक्निकल फील्ड्स में तुरंत प्लेसमेंट।
कैसे चुनें सही डिप्लोमा कोर्स?
- इंटरेस्ट और स्किल्स के हिसाब से कोर्स चुनें।
- इंडस्ट्री डिमांड रिसर्च करें (जैसे, आईटी और हेल्थकेयर में ज्यादा स्कोप)।
- प्लेसमेंट रिकॉर्ड वाले संस्थानों को प्राथमिकता दें।
निष्कर्ष
12वीं के बाद डिप्लोमा कोर्सेज करने से आप न सिर्फ कम उम्र में नौकरी पा सकते हैं, बल्कि एक्सपीरियंस के साथ सैलरी भी बढ़ा सकते हैं। ऊपर बताए गए कोर्सेज में से अपनी रुचि और मार्केट ट्रेंड के अनुसार चुनाव करें और सफल करियर की नींव रखें।
क्या डिप्लोमा के बाद डिग्री कोर्स किया जा सकता है?
हां, डिप्लोमा के बाद B.Tech या B.Sc में लेटरल एंट्री से एडमिशन ले सकते हैं।
डिप्लोमा कोर्सेज की फीस कितनी होती है?
गवर्नमेंट संस्थानों में ₹10,000-50,000 प्रति साल, जबकि प्राइवेट कॉलेजों में ₹50,000-1.5 लाख तक।
कौन-से डिप्लोमा कोर्सेज में सबसे ज्यादा सैलरी है?
कंप्यूटर साइंस, डिजिटल मार्केटिंग, और एनिमेशन कोर्सेज में सैलरी तेजी से बढ़ती है।
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